पित्त की पथरी – कई परेशानियों की जड़

30-Jul-2022

हमारा शरीर भोजन पचाने के लिए विभिन्न पाचक रसों का इस्तमाल करता है। पैंक्रियास (अग्न्याशय) इसका एक अहम् स्रोत है। लिवर (यकृत) से निकले पित्त के विभिन्न कार्य है। इनमे से एक पाचक रसों में पाए गए एन्ज़ाइम को चिकनाई पचाने में मदद करना है।

पित्ताशय लिवर के निचले हिस्से में स्थित एक गुब्बारे जैसा अवयव है ।पित्त की नलियों से जुड़ा हुआ पित्ताशय लिवर से सतत आते हुए पित्त को गाढ़ा बनाकर जमा रखता हैं। जब हम भोजन करते है, तब ये सिकुड़ जाता है। स्रावित पित्त आंतो में खाने के साथ मिश्रित होकर , खाने में उपस्थित चरबी को छोटे छोटे कणों में बदल देता है। पैंक्रियास का पाचक रस इन छोटे छोटे कणों पर ज्यादा अच्छे से काम कर पाता है। इस तरह से खाने में उपस्थित चरबी की पाचन क्रिया सक्षम होती है।

कई बार पित्ताशय की कार्य पद्धति विभिन्न कारणो से बिगड़ती है। अयोग्य सिकुड़न, असंयमित जमाव आदि प्राकृतिक संतुलन बिगाड़ते है। इसके चलते पित्त में छोटी छोटी पथरी बनती है। ये कभी छोटी और अलग अलग रहती है (स्लज या ग्रेवल ) या कभी जुड़ कर बड़ी पथरी (गॉलस्टोन्स) बनती है

राह चलते आम आदमी की अगर जांच की जाये, तो ६% में अल्ट्रासाउंड पे पित्त की थैली में पथरी दिखेगी। ये काफी बड़ी संख्या है। क्या सब को इलाज की जरूरत है? क्या यह सब मरीज है? शायद नहीं। विज्ञान में अभी इस पर सहमती नहीं। पर इनमें से कुछ लोगों को पथरी के कारण दिक्कत हो सकती है। कभी एकाध टुकड़ा नीचे नली में खिसक जाए तो जोरो का दर्द उठता है। नली में पित्त का प्रवाह अगर जाम हो जाये तो पीलिया होता है। पित्त की नली और पैंक्रियास की नली के जोड़ पे फसने से “एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस” ये संभावित जान लेवा बीमारी हो सकती है। इन चंद मरिज़ो में निश्चित रूप से इलाज की ज़रुरत है। इस बीमारी के लिए सबसे अच्छा इलाज दूरबीन द्वारा पित्त की थैली निकलने का ऑपरेशन है (लप्रोस्कोपिक कोलीसिस्टेक्टोमी)। अगर सब सही रहा , तो आम तौर पर इस ऑपरेशन के बाद अक्सर मरीज़ो की २४ घंटो में अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है।
गैर ऑपरेटिव उपचार की रणनीतियों के चलते पित्त की पथरी अक्सर दुबारा हो जाती है। चुनिंदा मरीज़ जिनमें बाकी बीमारियों और मरीज़ की हालत के चलते ऑपरेशन करने में बहुत ज्यादा जोखिम हो , उनमें गैर ऑपरेटिव उपचार की रणनीतियों अपनाई जाती है। बहुमत मरीज़ो में गैर ऑपरेटिव उपचार योग्य नहीं है

धन्यवाद

डॉ हेमंत जैन

MS (जनरल सर्जरी) MCh (जीआई सर्जरी)
लेप्रोस्कोपिक अवं जीआई सर्जन.
लेप्रोस्कोपिक सर्जरी अवं जीआई कैंसर सर्जरी के विशेषज्ञ
विजिटिंग कन्सल्टन्ट :
नानावती अस्पताल (विलेपार्ले), क्रिटिकेयर अस्पताल (अंधेरी), उपासनी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, मुलुंड (पश्चिम)
ओपीडी :
स्टार हेल्थकेयर, अंधेरी (पश्चिम) रोज 5 से 6 बजे  

उपासनी सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, मुलुंड (W)  

अगर आप अधिक जानकारी पाना चाहे तोह इन वेबसाइटों पर आगे पढ़े।
https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/gallstones/symptoms-causes/syc-20354214
https://www.uptodate.com/contents/gallstones-beyond-the-basics